AD CODES

मध्यप्रदेश राज्य का स्थापना एवं पुनर्गठन तथा संभाग एवं जिले | Formation of madhya pradesh State | mpgk, mpstategk

 मध्यप्रदेश राज्य का स्थापना एवं पुनर्गठन तथा संभाग एवं जिले | Formation of madhya pradesh State




प्रदेश को भारत के बिल्कुल मध्य में होने के कारण भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं . जवाहरलाल नेहरू ने इसका नाम " मध्य प्रदेश " दिया । 

            इसीलिए मध्य प्रदेश को भारत का हृदय स्थल भी कहते हैं । मध्य प्रदेश किसी भी अंतर्राष्ट्रीय सीमा को नहीं छूता साथ ही प्रदेश की सीमा किसी भी समुद्र से नहीं मिलती अतः यह पूरी तरह भू आवेष्ठित ( लैंड लोक्ड ) ( Land - locked ) है ।

  •  मध्य प्रदेश को स्वतंत्रता से पूर्व मध्यभारत एवं बरार कहते थे । ( M.P. मध्य भारत बरार )
  •  1947 से 1956 के बीच निम्न स्थिति थी ।


  1.   बघेलखण्ड और छत्तीसगढ़ की रियासतों को मिलाकर में सम्मिलित किया गया था । इसकी राजधानी नागपुर थी ।  
  2.  पश्चिम की 25 रियासतों को मिलाकर मध्य भारत नामक राज्य को भाग B में सम्मिलित किया गया । मध्य भारत की राजधानी 6, 6 माह के लिए ग्वालियर एवं इन्दौर थी ।
  3. उत्तर को 38 रियासतों को मिलाकर विध्य प्रदेश नामक राज्य को भाग C का हिस्सा बनाया गया । इसकी राजधानी रीवा थी । ( वर्तमान भोपाल को भाग C के अंतर्गत रखा गया था । जोकि सोहोर जिले कि तहसील था । 1972 में भोपाल को एक जिला बनाया गया । ) 


राज्य पुर्नगठन आयोग

              देश में राज्यों के पुर्नगठन के अंतर्गत 29 दिसम्बर 1958 को राज्य पुर्नगठन आयोग का गठन हुआ जिसके अध्यक्ष फजल अली तथा दो सदस्य पं . हृदय नाथ कुंजरू एवं डॉ के एम पणिक्कर थे ।

आयोग कि सिफारिश पर 1 नवम्बर 1956 को मध्य प्रदेश का  गठन हुआ तथा निम्न परिवर्तन किए गए । 

  1.  अमरावती , अकोला , यवतमाल , बुलढाणा , वर्धा , चाँद , भण्डारा , एवं नागपुर के जिले तत्कालीन मुम्बई ( अब महाराष्ट्र ) में मिला दिए गए ।
  2. मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले का ग्राम सुनैल टप्पा राजस्थान को तथा राजस्थान के कोटा जिले कि सिरोज तहसील मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में मिला दी गई । 
  3. भोपाल तथा विंध्य प्रदेश को मध्य प्रदेश में मिला दिया गया एवं भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी बनाया गया ।    


              इस प्रकार तत्कालीन मध्यप्रदेश क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य था जिसमें कुल 43 जिले थे 1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश के 135191 वर्ग किमी क्षेत्रफल वाले भूभाग को अलग किया गया ( इस समय मध्य प्रदेश के 61 जिले थे जिनमें से 16 जिले छत्तीसगढ़ में जाने के बाद कुल 45 जिले शेष बचे ) 

 नोट - 

  •   31 अक्टूबर 2000 को मध्य प्रदेश पुर्नगठन विभाजन अधिनियम पारित हुआ ।
  •   1 नवम्बर 2000 को मध्यप्रदेश का पुर्नगठन हुआ ।
( अ ) 15 अगस्त 2003 को तीन नए जिले बनाए गए ।

  • 46 वां जिला अशोक नगर बना जिसे गुना जिले से अलग किया गया ।
  • 47 वा जिला अनूपपुर बना जिसे शहडोल जिले से अलग किया गया । 
  • 48 वां जिला बुरहानपुर बना जिसे खण्डवा जिले से अलग किया गया ।
( ब ) मई 2008 में दो नए जिले बनाए गए 
  • 17 मई 2008 को 49 वाँ जिला अलीराजपुर बना जिसे शोबुआ से अलग किया गया ।
  • 24 मई 2008 को 50 वॉ जिला सिंगरोली बना जिसे सीधी जिले से अलग किया गया ।
( स )16 अगस्त 2013 को 51 वाँ जिला आगर मालवा बना 


 नोट- इस प्रकार वर्तमान में मध्य प्रदेश में कुल 51 जिले हैं । 

सम्भाग - 

  •  14 जून 2008 को मध्यप्रदेश का 10 वाँ सम्भाग शहडोल को बनाया गया , जिसमें 4 जिले थे शहडोल , डिण्डोरी , अपुनपुर , उमरिया ।
  •  1 मार्च 2012 को डिण्डोरी जिले को शहडोल सम्भाग से हटाकर जबलपुर सम्भाग में मिला दिया गया । 

मध्यप्रदेश में संभाग व  जिले -  


1. जबलपुर ( 8 ) -  
  • जबलपुर कटनी , सिवनी , नरसिंहपुर , बालाघाट , मण्डला , छिंदवाड़ा , डिंडोरी ( क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग )
2 . रीवा ( 4 ) - 
  • रीवा  , सीधी ,सतना , सिंगरोली 
3 . शहडोल ( 3 ) 
  •  शहडोल , उमरिया , अनुपपुर 
4 .सागर ( 5 )
  • सागर , पन्ना , दमोह , छतरपुर टीकमगढ़ 
5 .होशंगाबाद ( 3 )
  • होशंगाबाद , हरदा , बैतूल ,
6. ग्वालियर ( 5 ) 
  • ग्वालियर , शिवपुरी , गुना , अशोकनगर , दतिया 
7 . इंदौर ( 8 ) 
  • इंदौर , धार , झाबुआ , खरगोन , खंडवा , बुरहानपुर , बड़वानी , अलीराजपुर 
8 . उज्जैन ( 6 ) 
  • उज्जैन , देवास , रतलाम , मंदसौर , नीमच , शाजापुर 
9 . भोपाल ( 5 )
  • भोपाल , विदिशा , रायसेन , सीहोर , राजगढ़ 
10 . चम्बल ( 3 )  
  • भिण्ड , मुरैना , श्योपुर ( क्षेत्रफल से सबसे छोटा संभाग )

नोट - ग्वालियर दो संभाग ग्वालियर एवं चम्बल का मुख्यालय है 








Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.